यात्रा के दौरान बरतें ये सावधानी, नए नियमों के साथ दौड़ रही दिल्ली मेट्रो

यात्रा के दौरान बरतें ये सावधानी, नए नियमों के साथ दौड़ रही दिल्ली मेट्रो
EIRW: साढ़े पांच माह (169 दिन) के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो पटरी पर लौट आई। मंगलवार को अनलॉक-4 में दूसरे दिन भी येलो लाइन पर मेट्रो ने रफ्तार भरी। इससे पहले दिन कोरोना से बचाव के लिए लागू नए नियमों के साथ यलो लाइन (समयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) पर मेट्रो ने रफ्तार भरी। गुरुग्राम के रैपिड कॉरिडोर पर भी मेट्रो का परिचालन हुआ। इस दौरान स्टेशनों पर सिर्फ एक गेट खुले, जो यात्री बगैर मास्क या चेहरे पर रूमाल बांधकर आए थे, उन्हें वापस लौटा दिया गया। मेट्रो के सभी कोच में एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था की गई है, लेकिन पहले दिन सुबह चार घंटे में महज 7500 व शाम के वक्त 8000 यात्रियों ने मेट्रो में सफर किया। इस तरह यलो लाइन व रैपिड कॉरिडोर पर पहले दिन कुल 15500 यात्रियों ने सफर किया।
पहले दिन मेट्रो के परिचालन में कोई खास तकनीकी बाधा सामने नहीं आई। स्टेशनों पर भीड़ नहीं होने से यात्रियों के लिए शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना भी आसान रहा। कुछ यात्रियों ने मेट्रो के ट्विटर हैंडल पर स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कराने में असुविधा होने की शिकायत की। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के निदेशक (परिचालन) एके गर्ग ने सुबह में मालवीय नगर से राजीव चौक तक मेट्रो में सफर कर यात्रियों से बातचीत की और तैयारियों का निरीक्षण किया। बाद में शाम को डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने भी राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने भी मेट्रो में सफर कर सुविधाओं का निरीक्षण किया। मेट्रो के अंदर यह उद्घोषणा की जा रही थी कि यात्री एक सीट छोड़कर बैठें व शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें।

दो पालियों में परिचालन मेट्रो का परिचालन

दो पालियों में हुआ। सुबह में सात से 11 बजे तक मेट्रो चली। इसके बाद दोपहर में पांच घंटे परिचालन बंद रहा। बाद में शाम को चार बजे से आठ बजे के बीच मेट्रो का परिचालन हुआ। 49 किलोमीटर लंबी यलो लाइन पर 37 स्टेशन हैं। इस कॉरिडोर पर 2.44 मिनट से 5.28 मिनट के अंतराल पर मेट्रो का परिचालन हुआ। स्टेशनों पर यात्रियों को पहले हाथ सैनिटाइज कराया गया, फिर बैग भी सैनिटाइज कराया गया। इसके बाद सुरक्षा जांच कर मेट्रो में प्रवेश दिया गया। यात्रियों की मदद व व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्टेशनों पर 1000 अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए गए हैं, जो मास्क व फेस शील्ड पहनकर ड्यूटी पर तैनात रहे। कई स्टेशनों पर पुलिस कर्मी भी तैनात किए गए हैं।

इन नियमों का सख्ती से पालन

  • मास्क पहनना आवश्यक।
  • सिर्फ स्मार्ट कार्ड से किराया भुगतान।
  • टोकन काउंटर बंद रहे।
  • आरोग्य सेतु एप चालू हालत में होना चाहिए।
  • मेट्रो में एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था।
  • उम्मीद से बहुत कम यात्रियों ने सफर किया
प्रत्येक कोच में 50 यात्रियों के सफर करने का प्रावधान किया गया है। डीएमआरसी को उम्मीद थी कि निर्धारित क्षमता के अनुसार यात्री मेट्रो में सफर करेंगे, लेकिन पहले दिन यात्रियों की संख्या बहुत ही कम रही।

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