कौन है विनोद कुमार यादव, जिन्हें रेलवे के इतिहास में पहली बार मिली CEO की जिम्मेदारी

रेलवे के इतिहास में पहली बार मिली CEO की जिम्मेदारी
भारतीय रेलवे बोर्ड ने अपने पहले सीईओ की नियुक्ति कर ली है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति कमेटी ने रेलवे बोर्ड की रिस्ट्रक्चरिंग के हिसाब से नियुक्तियों को मंजूरी दे दी है। इसके बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव को बोर्ड का सीईओ नियुक्ति किया गया है। आपको बता दें कि रेलवे के इतिहास में पहली बार है जब रेलवे बोर्ड ने सीईओ की नियुक्ति की है और वीके यादव रेलवे बोर्ड के पहले CEO नियुक्ति किए गए हैं।
रेलवे बोर्ड ने बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव को बोर्ड का सीईओ नियुक्त कर दिया है। वीके यादव रेलवे बोर्ड के पहले सीईओ नियुक्ति कर लिए गए हैं। वीके यादव के अलावा रेलवे बोर्ड में 4 सदस्य ही होंगे। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति से मंजूरी मिलने के बाद वीके यादव बोर्ड के पहले सीईओ नियुक्ति कर लिए गए हैं। बोर्ड के पुर्नगठन को मंजूरी मिलने के बाद अब रेलवे बोर्ड में सदस्यों की संख्या को 8 से घटाकर 5 कर दिया गया है।
आपको बता दें कि वीके यादव रेलवे बोर्डके चेयरमैन के तौर पर नियुक्ति है। वो रेलवे के इतिहास में पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने रेलवे बोर्ड के सीईओ का पद संभाला है। विनोद कुमार यादव 1980 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स हैं। सीईओ नियुक्त किए जाने से पहले वो 1 जनवरी, 2020 को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के तोर पर दोबारा नियुक्ति किए गए थे।
वीके यादव के पिता शीतल प्रसाद यादव सीडीओ आफिस में बाबू के पद कार्यरत थे। वो दो भाईयों में सबसे बड़े हैं। इनके छोटे भाई गोविंद यादव हो चुका है। इलाहाबाद से इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने अस्ट्रेलिया से मास्टर ड्रिग्री प्राप्त की। वीके यादव 2012 में लखनऊ के डीआरएम भी रहे|

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